रूपांतरण का आधार

रूपांतरण:- मूल रूप से रूपांतरण योजना का विचार शिक्षाविद एवं सेवाभावी श्री मोहनसिंह टेगोर एवं श्रीमती चन्द्रकला टेगोर के ज्येष्ठ पुत्र श्री संतोष टेगोर (अपर कलेक्टर, म.प्र. शासन) का है। उन्होंने मुझसे (सोमेश्वर खेर, अध्यक्ष, प्रयास फाउंडेशन) इस विषय में चर्चा की व हमने उसी दिन मिलकर इसे आगे बढ़ाना तय किया। इस कार्य को व्यवस्थित करने के लिए एक संस्था की आवश्यकता थी, अतः हमने प्रयास फाउंडेशन के माध्यम से इस विचार को मूर्त रूप देना तय किया। इस कार्य को करने का विचार आना व प्रथम चर्चा में ही इस पर कार्य प्रारंभ करने की भूमिका के रूप में पिछले कईं वर्षों से असंगठित रूप से दोनों के ही प्रयास जारी थे।

जहां संतोष जी के द्वारा संपर्क में आए अनेक असमर्थ विद्यार्थियों को मार्गदर्शन व आर्थिक सहयोग किया जा रहा था, जिसके परिणाम स्वरुप आज कईं लाभार्थी देश, विदेश में उच्च पदों पर आसीन हैं। वहीं मेरे पिताजी स्वर्गीय श्री वसंत नारायण खेर, जो कि विगत अनेक वर्षों से अक्षम विद्यार्थियों को शिक्षण सामग्री व शाला शुल्क प्रदान कर अन्य कई प्रकल्पों से अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन रहे थे | मेरी माताजी श्रीमती सुलभा वसंत खेर भी श्रमिकों के बच्चों को एकत्रित कर अनेक वर्षों से स्वयं न केवल निःशुल्क पढ़ा रहीं थीं अपितु उनमें राष्ट्र व समाज के प्रति कर्तव्य- बोध का बीजारोपण भी कर रहीं थीं। इनके निर्देशन व मार्गदर्शन के परिणामस्वरूप किशोरावस्था से ही मुझे विभिन्न सामाजिक दायित्वों को निभाने का अवसर प्राप्त हुआ | यही वे संस्कार थे जो इस कार्य को सम्पादित करने का कारण बने।